कौशिक रेड्डी, काँग्रेस हुज़ूरबाद कन्स्टिचूअन्सी अध्यक्ष जो उत्तम कुमार रेड्डी, टीपीसीसी के प्रधान के चचेरे भाई,
जिनका सोशल मीडिया पर एक औडियो वायरल हुआ उन्होंने कल एआईसीसी की उप अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा दे दिया ।
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कुमार रेड्डी ने कौशिक रेड्डी पर गैर पार्टी गतिविधियों में लीन होने का नोटिस इशू किया। सोनिया गांधी ने कहा की राजनीतिक परिस्थितियों के चलते कौशिक रेड्डी ने पार्टी में अपने पद से नहीं बल्कि पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया है।
अपने त्यागपत्र में उन्होंने राहुल गांधी को उन पर विश्वास और 2019 में उन्हे पार्टी का टिकट देकर उनका साथ देने के लिए शुक्रिया अदा किया ।
वैराल हुई औडियो क्लिप में विजायेंद्र, बीजेपी के नवसदस्य से बात करते हुए सुन जा सकता है की हुज़ूरबाद की टिकट टीआरएस पार्ट से उनके लिए तय हो चुकी है और आगे वो युवाओं की लिस्ट मांगते हुए सुने जा सकते हैं ।
और ये भी सुना जा सकता है की युवाओं को 2000, 3000, या 5000 रुपए तक देने के लिए तैयार हैं।
इस्तीफे के बाद, प्रेस मीट में कौशिक रेड्डी ने रेवानाथ रेड्डी पर एआईसीसी लीडर मणिकम टागोर को 50 करोड़ रुपए रिश्वत देने का आरोप लगाया। इस पर कॉंग्रेस ने रेड्डी को करार जवाब दिया ।
काँग्रेस नेता पॉननम प्रभाकर ने ट्विटर पर मणिकम टागोर के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया ।
मणिकम टागोर खुद भी ट्विटर का इस्तेमाल कर अपने बचाव में उतरे अथवा ये भी स्पष्ट किया की इस तरह के अपमानजनक बयान के लिए वह उन पार माँ हानी का केस कर रहे हैं और उन्हे मदुरै कोर्ट में मिलने का वादा किया।
काँग्रेस लीडर मल्लू रवि ने कहा की कौशिक रेड्डी तेलंगाना के सीएम, अथवा टियारीस पार्टी के चेफ चंद्रशेखर राव के हाथ का खिलौना बनकर रह गए हैं। उन्होंने ये भी कहा की उनकी बातों पर ध्यान न देकर तेलंगाना में लोकतंत्र शासन के बारे में सोचना चाहिए।
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