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21 साल की आर्य बनी तिरुवनंतपुरम की मेयर

artidnishad

Updated: Jan 5, 2021


आर्या राजेंद्रन

तिरुवनंतपुरम, 21 साल की उम्र में जहां अधिकतर युवा अपनी पढ़ाई में लगे रहते हैं या कॉलेज की शिक्षा पूरी करके नौकरी के सपने देखने लगते हैं, लेकिन केरल के तिरुवनंतपुरम की एक छात्रा ने देश में एक अनोखा रिकॉर्ड कायम कर दिया है| तिरुवनंतपुरम में रहने वाली 21 साल की छात्रा आर्या राजेंद्रन जल्द ही देश की सबसे युवा महापौर बनने वाली हैं| केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम मैं रहने वाली 21 साल की छात्रा आर्या के अलावा आज तक देश में इतनी उम्र में किसी ने भी महापौर की कुर्सी नहीं संभाली है |


आर्या ने एक मतदाता के रूप में और तिरुवनंतपुरम निगम चुनाव में एक उम्मीदवार के रूप में अपने पहले स्थानीय निकाय चुनाव में हाथ अजमाया और अब वह के सबसे युवा निगम महापौर और देश के सबसे युवा महापौर में से एक बनने के लिए तैयार हैं, एक मीडिया चैनल के खबर के मुताबिक, राजेंद्रन से पहले ,सुमन कोली 2009 में 21 साल की उम्र में राजस्थान में भरतपुर निगम की महापौर बन गई थी, नूतन राठौर को 2017 में फिरोजाबाद नगर निगम, यूपी के मेयर के रूप में चुना गया था, जब वह 31 साल की थी|

कट्टर मार्क्सवादी परिवार से ताल्लुक रखने वाली पार्टी कार्यकर्ता आर्या राजेंद्रन ने कहा की ,"किसी की परिपक्वता और नेतृत्व कौशल को किसी की उम्र से नहीं मापा जा सकता " उन्होंने कहा, "मैंने विश्वास और साहस के साथ चुनाव का सामना किया मेरी पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देती है ,मैं उसका निर्वहन करने के लिए तैयार हूं "| मेरा सपना राजनीति और अपनी पढ़ाई को आगे ले जाना है|"

आर्या अपने पहले चुनाव में 2872 वोट पाकर मुदावन मुगल वार्ड से जीती और अपने विरोधी कांग्रेस उम्मीदवार को 549 मतों के अंतर से हराया |भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M)के जिला सचिवालय खुद फोन कर आर्या को बताया कि पार्टी में उन्हें एक प्रतिष्ठित पद सौंपा जा रहा है | सीपीआई -एम की ओर से उन्हें बताया गया कि वह तिरुअनंतपुरम निगम की नई महापौर होंगी|


तिरुवनंतपुरम में हाल ही में महापौर और स्थानीय निगम में सत्तारूढ़ पार्टी ने 51 सीटें जीती है, जबकि बीजेपी के खाते में 35 सीटें आई है| सीपीआई-एम ने अपनी जीत को और भी यादगार तब बना दिया ,जब पहली बार की पार्षद को प्रतिष्ठित पद सौंपने का फैसला किया गया |पार्टी की वरिष्ठ नेता जमीला श्रीधरन और दो अन्य भी इस रेस में थे, लेकिन पार्टी ने सबसे युवा नेता को इसके लिए चुनकर हर किसी को हैरान कर दिया| आर्या तिरुअनंतपुरम के ऑल सेंट्स कॉलेज में बीएससी गणित कि दूसरे वर्ष की छात्रा है |आर्या के लिए मेयर की कुर्सी भले ही नई हो लेकिन राजनीति से उनका गहरा नाता रहा है 6 साल की उम्र में पार्टी से जुड़े बच्चों के संगठन बालासंगम की सदस्य बन गई थी| आर्या अब इस संगठन की प्रदेश अध्यक्ष हैं इसके साथ ही वे स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया पार्टी की युवा शाखा की पदाधिकारी भी हैं|

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